Latest Muharram Shayari in Hindi 2023 Wishes
मुहर्रम इस्लामी धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन में मस्जिदों या निजी घरों में विशेष प्रार्थना सभाओं किया जाता है।
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, यह दिन नए साल की सुचना और शांति का प्रतीक है। इस वर्ष मोहर्रम 9 अगस्त गुरुवार को मनाया जाएगा।
यह दिन मुसलमानों के लिए एक विशेष दिन है और इस दिन को बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. इस दिन के दसवें दिन को असुर कहा जाता है ।
इस लिए हम मुहर्रम की खास शायरी, इमेजेस, स्टेटस, हिंदी मैसेज, लेकर आये हैं जो की आप भी अपने परिवार और मित्रो को साथ शेयर कर सकते हैं| इस मुहर्रम की तैहर मै आपकी सुख और शांति बरकरार रहे ।
इस पबित्र मुहर्रम को आप अपने परिवार के साथ अच्छे से मनाये । यह नया साल आपके और आपके परिवार के लिए खुशियां और समृद्धि लाए।
Muharram Shayari in Hindi 2023 Status
आयाº वो मेरे दिलº में फिर एकº नए ग़म की तरह,
इस बारº भी ईद गुज़रीº मेरी मुहर्रम की तरह.
मुहर्रमº को याद करो वो कुर्बानी,
जो सिखा गया सहीº अर्थ इस्लामी,
नाº डिगा वो हौसलों से अपने,
काटकर सर सिखाईº असल जिंदगानी.
Karbala Shayari in Hindi language
सजदे सेº कर्बला को बंदगी मिल गयी,
सब्र से उम्मतº को ज़िन्दगी मिल गयी,
एक चमन फातिमाº का उजड़ा मगर
सारेº इस्लाम को जिंदगी मिला गयी.
कर्बलाº की शाहदत इस्लाम बन गई
खून तो बहा था लेकिनº हौशालो की उडानº बन गई
Muharram par Shayari – हुसैन शहादत शायरी
वो जिसनेº अपने नाना का वादा वफाº कर दिया
घर का घरº सुपुर्द-ए-खुदा कर दिया
नोश कर लिया जिसनेº शहादत का जाम
उस हुसैन इब्नº अली को लाखों सलाम
लफ़्जों में क्या लिखूं मैं शहादतº हुसैन की,
कलमº भी रो देताº है कर्बला का मंजर सोचकर.
Muharram Shayari Status in English
Ayaº wo mere dil me phir
ek naye ghamº ki tarah,
is ºbaar bhi eid guzri
meri muharram ki tarah.
Falak Nashinº Ne Diya Wo Kamal Mitti Ko
Shifaº Bana Gaya Zehra Kaº Laal Mitti Ko
Ye Janti Haiº K Hum Log Bu-Turabi Hain
Paray Ga Rakhna Hamara Khayal Mitti Ko
Muharram Sher-o-shayari
जन्नतº में तो जन्नत के हकदारº ही जायेंगे,
कसम आल्लाहº की अली के खुब्दार जायेंगे,
दर-ए-जन्नत पे खरीº जेहरा कहती है,
जन्नत में मेरे लाल के अजादारºजायेंगे।।
दुनियाº करेगी जिक्र हमेशाº हुसैन का,
इस्लाम ºजिन्दा कर गया सजदा हुसैन का.
हुसैन का सम्मान शायरी – Muharram Shayari 2023
एकº दिन बड़े गुरुर से कहनेº लगी जमीन
है मेरे नसीबº में परचम हुसैन का
फिर चाँद ने कहा मेरेº सीने के दाग देख
होताº है आसमान पर भी मातम हुसैन का
शमशेरº से मोला ने कहा चला मगर ऐसे,
हो ख़ैबर-ओ-खंडक मैं भी हाल चाल मगर ऐसे,
इस मेह्दानº में रहे मौत की जाल थल मगर ऐसे,
इस दश्त मैं रहे खून ºकी दलदल ऐसे,
तू जिस पे उत्तर गए मैं उस का वाली हूँ,
वोह सिर्फº अली था मैं हुसैन इब्न ए अली हूँ।।
Muharram par Shayari Hindi Me
खून ºसे चराग-ए-दीन जलाया हुसैन ने
रस्म-ए-वफ़ा को खूब निभायाº हुसैन ने
खुद कोº तो एक बूँद न मिल सका लेकिन
करबला को खून पिलाया हुसैन ने
दिनº रोता है रात रोती है..
हर मोमिनº की जात रोती है,
जब भी आता है मुहर्रमº का महिना,
खुदा की कसम ग़म-ए-हुसैन,
सारीº कायनात रोती है
Muharram ul haram Shayari | मुहर्रम शायरी
दश्त-ए-बाला कोº अर्श का जीना बना दिया
जंगल कोº मुहम्मद का मदीना बना दिया
हर जर्रे को नज़फ काº नगीना बना दिया
हुसैन ºतुमने मरने को जीना बना दिया
मुहर्रम उलº हरम अफज़ल है कुल जहाँ से घराना हुसैन का
निबिओं का ताजदार है घराना हुसैन का
एक पल की थी बसº हुकूमत यजीद की
सदियन हुसैनº रा है जमाना रा हुसैन का
اردو میں شایری – Urdu me Muharram Shayari
شہسوارِ کربلا کی شہسواری کو سلام
نیزے پر قران پڑھنے والے قاری کو سلام
شعیہ کیا ہیں سنی کیا ہیں… میں یہ سب تو نہیں جانتا
پر جس میں غم حسین نہیں میں اسے دل تو نہیں مانتا
Happy Muharram Shayari SMS in Hindi
सिरº गैर के आगे न झुकाने वाला
और नेजे पर भीº कुरान सुनाने वाला,
इस्लामº से क्या पूछते हो कौन है हुसैन,
हुसैन है इस्लामº को इस्लाम बनाने वाला।
तरीका मिसालº असी कोईº दोंड के लिए,
सर तनº से जुड़ा भी हो मगर मौत न आये,
सोचन मैं सबर ओ राजा के जो मफिल,
एक हुसैन राº अब अली रा जैन मैं आये।।
Muharram Sad Shayari Quotes – इमाम हुसैन शायरी
imam hussain quotes in hindi
गुरूरº टूट गया कोई मर्तबा नाº मिला,
सितमº के बाद भी कुछº हासिल जफा ना मिला,
सिर-ऐ-हुसैन मिलाºहै यजीद को लेकिन
शिकस्त यह है की फिर भीº झुका हुआ ना मिला।
इमाम ºका हौसला इस्लाम जगा गया,
अल्लाह के लिएº उसका फर्ज आवाम कोº धर्म सिखा गया।
अशुरा मुहर्रम मातम शायरी – Muharram Shayari in Hindi
अपनी तक़दीरº जगाते है तेरे मातम से
खून ºकी राह बिछाते हैं तेरे मातम से
अपने इज़हार-ए-अक़ीदतº का सिलसिला ये है
हम नया साल मनाते ºहै तेरे मातम से
कौन भूलेगा वो सजदाº हुसैन का,
खंजरों ºतले भी सर झुका ना था हुसैनº का
मिट गयी नसल ए याजिद करबला की ख़ाक में,
क़यामत तक रहेगाº ज़माना हुसैन का